हिन्दू धर्म में काफी सरे पेड़-पौधे की पूजा-अर्चना की जाती हे और ये कोई असामान्य नहीं हे। उनमे तुलसी को सबसे पवित्रतम माना जाता हे। उनको घर के सदस्य के स्वरुप मानकर उनको घर के आँगन में लगाया जाता हे और रोज़ सबेरे और संध्या के समय उसकी पूजा की जाती हे। पूजा में दिया जलाकर उनको पित्तल के लोटे से पानी दिया जाता हे और दिया जलाकर प्रदक्षिणा की जाती हे,उनके पत्तो को कुमकुम का तिलक करके प्रसाद में इस्तेमाल किया जाता हे।
ये सब चीजे गांव और शहर में होती हे और ये परंपरा हे। जैसे की तुलसी लक्ष्मीजी का स्वरूप हे और लक्ष्मीजी धन की देवी हे तो इसी कारन धन प्राप्ती और सुख को बरक़रार रखने के लिए उसको लगाया जाता हे।
१० साल पहले तुलसी को घर के आँगन के बीचो बिच लगाया जाता था लेकिन अभी परंपरा में थोड़ा बदलाव आया हे अभी गांव के घरो में तुलसी को लगाने के लिए मटका या फिर बर्तन का इस्तेमाल किया जाने लगा हे ,
बाजार में काफी सारे तुलसी के पोट आपको देखने को मिलेंगे और अभी तो आप उनकी घर बैठे खरीदी भी कर सकते हो।
'तुलसी पॉट' केसा होता हे उनका आकार केसा होता हे और वो दिखने में केसा लगता हे वो में आपको अगली पोस्ट बताने वाला हु।
No comments:
Post a Comment